शीर्षक :- एक ख़त घर आया था
कविता :-
बंद लिफाफे में एक ख़त घर आया था
वतन की मिट्टी की महक से सारा घर महकाया था
देश के पहरेदार का परिवार को पैगाम आया था
खत में सिर्फ भारत माता की जय लिख पाया था
प्यार के बोल मै भी बारूद की खुशबू थी
मर्दानी पत्नी को ये खत बहुत भाया था
माँ-.पिता को प्रणाम के बदले वो भारत भूमि की जय लिख पाया था
गर्व से प्रफुलित था माँ बाप का सीना उसका बेटा वतन के काम आया था
बच्चो को आशीर्वाद दे उसने अपना फर्ज निभाया था
बच्चो को ख़त में उसने मातृभूमि का महत्व समझाया था
बंद लिफाफे में एक ख़त घर आया था
वतन की मिट्टी की महक से सारा घर महकाया था
हर्ष लाहोटी
(9589333342)
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